प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने कार्यकाल में कई बड़े बदलाव किए है। इन्हीं बदलावों में से एक बदलाव शिक्षक दिवस को लेकर भी मोदी ने किया है। शिक्षक दिवस पर पिछले दो वर्षों से वह बच्चों से बातचीत कर उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा देते आए है। कहा जाता है कि बॉलीवुड में हर प्रसंग के लिए गाने और फिल्में बन चुके है। हर वर्ष डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्ण की याद में 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। जब भी कोई शिष्य अपने जीवन में कामयाब होता है तो उसका श्रेय उसके गुरु को जाता है, जो उसे लगातार आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। बॉलीवुड में भी कई ऐसी फिल्में हैं, जिनमें विद्यार्थी और शिक्षक के बीच के रिश्ते को दर्शाया जाता है। आइये जानते है ऐसी ही बॉलीवुड फिल्मों के बारे में:
तारे जमीन पर
फिल्म ‘तारे जमीन पर’ में आमिर खान एक टीचर की भुमिका निभाते है। फिल्म में इशान डिस्लेक्सिया से पीड़ित होता है। परिवार को उसकी बीमारी का पता ना लगने के कारण वह इशान को बोर्डिंग स्कूल भेज देते है। वहां पर निकुम्भ (आमिर खान) इशान की बीमारी समझ जाते है और उसकी यह परेशानी दूर करने में कामयाबी हासिल कर लेते है।
चक दे इंडिया
महीला हॉकी टीम पर बनी फिल्म चक दे इंडिया में भी गुरु शिष्य के रिश्ते को दर्शाया जाता है। फिल्म में भारतीय महीला हॉकी टीम के लगातार खराब प्रदर्शन के कारण नए कोच की रुप में शाहरुख खान को नियुक्त किया जाता है। शाहरुख खान सभी खिलाड़ियों को जीत का भरोसा दिलाते है और महीला हॉकी विश्व कप पहली बार भारत जीतने में कामयाब हो पाता है।
थ्री इडियट
राजकुमार हिरानी द्वारा निर्देशित फिल्म थ्री इडियट ब्लॉक बस्टर हिट साबित हुई थी। फिल्म में रैंचो (आमिर खान), राजू (शर्मन जोशी) और फरहान (आर माधवन) इंजीनियरिंग कॉलेज के स्टुडेंट होते है। बोमन इरानी उनके शिक्षक का रोल निभाते है। फिल्म में स्टुडेंट्स और शिक्षक के बीच की नोकझोक को बेहद ही अच्छे से दर्शाया जाता है।
मोहबत्तें
सन 2000 में आई फिल्म मोहबत्तें में अमिताभ बच्चन एक गुरुकुल के प्रिंसिपल होते है। उनके गुरुकुल के नियम बेहद ही सख्त होते है। वहां पर मोहब्बत नाम की कोई चीज नहीं होती। तभी शाहरुख खान एक म्युजिक टीचर बन कर वहां पर प्रवेश करते है और स्टुडेंट्स को मोहब्बत करना सिखाते है। अंत में गुरुकुल के प्रिंसिपल अमिताभ बच्चन को अपनी गलती का अहसास हो जाता है।
दंगल
फिल्म दंगल में पहलवान महावीर सिंह फोगाट के जीवन पर आधारित होती है। फिल्म में आमिर खान महावीर सिंह फोगाट की भुमिका निभाते है। महावीर सिंह फोगाट का सपना होता है कि कुश्ती में वह भारत को गोल्ड मेडल दिला सके। अपना सपना पूरा करने के लिए वह अपनी बेटियों के गुरु बन उन्हें कुश्ती सिखाते है। महावीर सिंह फोगाट की मेहनत के कारण ही गीता और बबीता कुश्ती में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने में कामयाब हो पाती है।
स्टैनली का डब्बा
फिल्म स्टैनली का डब्बा के निर्देशक और कलाकार अमोल गुप्ते ने शिक्षक और विद्यार्थी के बीच की मनोस्थिति को समझते हुए काबिले तारीफ काम किया था। फिल्म में शिक्षक बाबुभाई वर्मा (अमोल गुप्ते) को बच्चों का खाने की बुरी आदत होती है। स्टैनली एक होनहार बच्चा होता है। सभी शिक्षक उससे बेहद प्यार करते है। स्टैनली कभी अपना टिफिन नहीं लेकर आता था, इसलिए वर्मा उससे हमेशा नाराज रहते थे और स्टैनली को टिफिन लाने की चेतावनी देते है।
ब्लैक
हेलेन केलर की कहानी से प्रेरित होकर इस फिल्म ने रानी मुख़र्जी ने अंधे, बहरे और मूक लड़की मिशेल और अमिताभ बच्चन ने उनके शिक्षक और संरक्षक का रोल निभाया था। ब्लैक एक मार्मिक फिल्म है जिसमे गुरु-शिष्य के रिश्ते को शानदार ढंग से इमोशनल ढंग से दिखाया गया है। फिल्म में शानदार अभिनय के लिए अमिताभ और रानी ने राष्ट्रीय पुरस्कार जीता था।