छोटे पर्दे पर चाचा चौधरी, मुंगेरीलाल और मुल्ला नसीरुद्दीन जैसे लोकप्रिय किरदार निभाने वाले रघुवीर यादव के नाम एक ओर अनुठा रिकोर्ड जुड़ गया है। हाल ही में ऑस्कर के लिए चुनी जाने वाली फिल्म न्यूटन में रघूवीर ने शानदार भूमिका निभाई है। रघूवीर यादव की इससे पहले सात फिल्में भारत की ओर से ऑस्कर के लिए चुना जा चुकी है। फिल्म न्यूटन उनकी आठवीं फिल्म है जो भारत की ओर से ऑस्कर के लिए भेजी गई है। आइये जानते है रघुवीर की बाकी कौन-सी सात फिल्में है जो इससे पहले ऑस्कर में अपनी जगह बना चुकी है:
सलाम बॉम्बे (1985)
इस फिल्म में रघुवीर ने एक सड़कछाप चोर की भूमिका निभाई थी, जिसको नशे और ड्रग्स की बुरी लत लगी हुई थी। इस फिल्म को इतिहास की बेस्ट 1000 फिल्मों की सूची में भी शामिल किया गया था।
रुदाली (1993)
राजस्थान की स्थानीय परंपरा पर फिल्म में रघुवीर यादव डिंपल कपाड़िया के पुत्र बने थे। इस फिल्म को ऑस्कर के लिए भेजा गया था लेकिन फिल्म अवार्ड्स के लिए नोमिनेट नहीं हो पाई।
बैंडिट क्वीन (1994)
डाकू फूलन देवी की की जिन्दगी पर आधारित यह फिल्म भी भारत की ओर से ऑस्कर भेजी गई थी। फिल्म में रघुवीर माधो की भूमिका में नज़र आए थे।
1947: अर्थ (1999)
यह फिल्म मशहूर साहित्यकार बापसी सिधवा की एक नोवल पर आधारित थी। ऑस्कर में चुनी गई इस फिल्म में भारत की 1947 की दशा को दर्शाया गया था।
लगान (2001)
आमिर खान की यह फिल्म बड़े पर्दे पर सुपरहिट साबित हुई थी। फिल्म में रघुवीर ने एक किसान की भूमिका निभाई थी, जिसने अंग्रेजो के खिलाफ भारत को मैच जीताने में अपना योगदान दिया था।
वॉटर (2005)
इस फिल्म में यूपी के वाराणसी स्थित आश्रमों के अन्दर की कहानी दिखाई गई थी। फिल्म में रघुवीर यादव ने एक ट्रान्सजेन्डर का रोल निभाया था। दीपा मेहता द्वारा निर्देशित इस फिल्म को भारत में बैन कर दिया गया था।
पीपली लाइव (2007)
बड़े पर्दे पर हिट साबित हुई इस फिल्म में किसानों की खुदकुशी जैसे गम्भीर मुद्दे को दर्शाया गया था। फिल्म में रघुवीर यादव एक किसान की भूमिका में नजर आए थे।
साल 2018 के लिए चुनी गई फिल्म न्यूटन को दर्शक काफी पसन्द कर रहे है। भारत को इस फिल्म से काफी उम्मीदें है। इस फिल्म के बाद इंडस्ट्री में रघुवीर यादव की डिमांड बढंने की भी काफी संभावना है। ऑस्कर के लिए चुनी जाने वाली फिल्मों में रघुवीर यादव एक लकी चार्म साबित होते नज़र आ रहे हैं।